ठेकेदारों को भुगतान लेना है तो कराना होगा फीडबैक

नगर निगम ठेकेदारों को भुगतान चाहिए तो पहले स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए लोगों से फीडबैक दिलाना होगा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में टॉप-10 रैंक वाले शहरों की सूची में जगह बनाने के लिए नगर निगम ने फीडबैक दिलाने की जिम्मेदारी ठेकेदारों को भी सौंपी है। पहले भुगतान के लिए दौड़ लगा रहे ठेकेदार इस नए फरमान के बाद लोगों के पास फीडबैक लेने के लिए दौड़ लगा रहे हैं।
4 जनवरी से देश भर के 4 हजार से ज्यादा शहरों में शुरू हुए स्वच्छ सर्वेक्षण के दौरान कई मानकों पर नगर निगम को परखा जाएगा। इसमें सिटीजन फीडबैक के लिए 1500 अंक निर्धारित हैं। ऐसे में नगर निगम अब ज्यादा से ज्यादा लोगों से मोबाइल एप के जरिए फीडबैक ले रहा है। इसके लिए नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने सभी कर्मचारियों, कंप्यूटर ऑपरेटर्स और अधिकारियों के साथ-साथ वालंटियर भी क्षेत्र में उतारे हैं। बीते सप्ताह फीडबैक के मामले में गाजियाबाद नगर निगम आगरा व कई अन्य शहरों से पीछे था। गाजियाबाद को दूसरे शहरों से आगे बढ़ाने के लिए नगर आयुक्त ने निर्माण विभाग, उद्यान और स्वास्थ्य विभाग के ठेकेदारों को भी फीडबैक लेने के लिए क्षेत्र में उतार दिया। उन्होंने ठेकेदारों को प्रतिदिन फीडबैक लेने का टारगेट दिया है। सबसे ज्यादा फीडबैक लेने वाले ठेकेदारों की पेमेंट सबसे पहले होगी।